कोरोना काल में एक बात तो साफ हो गई है कि जिसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर रही उसने कोरोना पर विजय पाई।
मधुमेह यानी डायबिटीज ऐसी बीमारी है जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को छीड़ कर देती है जिससे कई विकार शरीर को चपेट में ले लेते हैं। इंसुलिन(Insulin Plant) एक ऐसा पौधा है जो डायबिटीज पर लगाम लगाने में काफी प्रभावी है। इस लेख में हम Insulin Ke Fayde के बारे में चर्चा करेंगे।
धनबाद के वनस्पति विज्ञानी आशुतोष कुमार बताते हैं कि इंसुलिन के पत्ते टाइप-2 डायबिटीज के मरीज के लिए बेहतरीन औषधि है। हालांकि इस पौधे में इंसुलिन नहीं मिलता ना शरीर में इंसुलिन बनाता है बल्कि इस पौधे में मौजूद प्राकृतिक रसायन शुगर को ग्लाइकोजन में बदल देते हैं। इससे उपापचय की प्रक्रिया को बढ़ावा मिलता है। औषधीय पौधा होने की वजह से शरीर पर भी साइड इफेक्ट नहीं पड़ता है।
अगर आपको डायबिटीज(Diabetes Plant) से छुटकारा पाना है तो यह पौधा आपके लिए बहुत कारगर होगा। इंसुलिन पौधा (कोस्टस पिकटस) डायबिटीज के लिए रामबाण है। इसकी पत्ती का स्वाद खट्टा होता है।
पर्यावरण संरक्षण –
इस पौधे की पत्तियों के सेवन से मधुमेह मरीजों में इंसुलिन दवा लेने की आवश्यकता कम होने लगती है। इसका मानव शरीर पर साइड इफेक्ट नहीं होता है।
यह हरा पौधा है जो प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में प्राणवायु ऑक्सीजन गैस निकलता है। इस कारण पर्यावरण की सुरक्षा में भी इसकी अहम भूमिका होती है।
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इन्सुलिन प्लांट के यह है फ़ायदे – Benefits of Insulin Plant in Hindi
- यह पौधा औषधीय गुणों से युक्त होता है। आयुर्वेदिक दवाएं बनाने में इसकी पत्तियों का प्रयोग किया जाता है।
- शरीर के मेटाबॉलिक प्रोसेस को दुरुस्त करता है।
- पौधे में मौजूद रसायन इंसान के शरीर की शुगर को ग्लाइकोजन में बदल देता है। इससे मधुमेह पीड़ितों को फायदा होता है।
- यह पौधा ग्रामीण अर्थव्यवस्था के उत्थान में मदद करता है। जिससे किसानों की आमदनी बढ़ने लगती है।
- एक बार पौधा लाने के बाद उससे ही नए पौधे तैयार किए जा सकते हैं।
- इंसुलिन पौधे (कोस्टस) की दो पत्तियों को पीसकर एक गिलास पानी में घोलकर सुबह-शाम पीने पर मधुमेह दूर होता है।
- यह खांसी, जुकाम, नाक, पेट के कीड़े, त्वचा संक्रमण, आंखों का संक्रमण, दमा, गठिया, फेफड़ों, फफूंदी जनित, यकृत जन्य बीमारियों, शरीर शुद्धीकरण, कब्ज, दस्त आदि के इलाज में भी इस्तेमाल किया जाता है।
हालांकि विशेषज्ञों का कहना है की जरुरत से ज्यादा इंसुलिन प्लांट(Insulin Paudha) का सेवन करने पर सिरदर्द और जठरांत्र की समस्या है। इस सम्बन्ध में अभी और भी शोध बाकि है।

इस समय और ऐसे लगाएं –
इंसुलिन बहुवर्षीय पौधा है। यह झाड़ी नुमा होता है। इसकी ऊंचाई 2.5 से 3 फीट तक होती है। फर्न प्रजाति में जिस प्रकार राइजोम से नए पौधे तैयार होते हैं उसी प्रकार इसमें भी राइजोम से नए पौधे बन जाते है। बरसात के सीजन में इसके पौधे लगाने चाहिए। खाद के साथ समय पर पानी दे तो इसकी वृद्धि तेजी से होती है।
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गमले में भी कर सकते हैं तैयार – How to Grow Insulin Plant in Hindi
ग्रामीणों व किसानों के लिए यह पौधा आमदनी का बड़ा जरिया भी हो सकता है। धनबाद के केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान के विज्ञान इलाके के किसानों को इसके पौधे तैयार करने का तरीका बता रहे हैं। डॉक्टर बी पी सिंह ने बताया कि मिट्टी के गमले में भी इंसुलिन के पौधे लगा सकते हैं। इस पौधे को मधुमेह रोगी खूब तलासते हैं। सिंफर ने इसकी बिक्री को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण बाजार पोर्टल विकसित किया है।
इन्सुलिन के पौधे की कीमत – Insulin Plant Price in Hindi
गमले में लगे इंसुलिन की एक पौधे की कीमत 100 से ₹120 तक होती है। बड़े पौधे के गमले की कीमत 150 से ₹200 है। एक किसान अगर प्रतिदिन 10 पौधे का कारोबार कर ले तो अच्छी आमदनी होगी। नर्सरी शुरू करने में 28 से 30 दिनों की मेहनत करनी होगी। एक बार काम शुरू होने के बाद इंसुलिन के नए पौधे खरीदने नहीं होंगे। उन्ही पौधों से नर्सरी का विस्तार होता जाएगा।(Insulin Plant)