विज्ञान में महुआ को “महुआ या मधुका लोंगीफोलिया” (Madhuca Longifolia) नाम से जाना जाता है। इसका पेड़ ऊंचाई में काफी लंबा होता है और तेजी से बढ़ता है। इस पेड़ पर सफेद रंग के फूल उगते हैं जो मार्च के महीने में देखें जा सकते हैं। Mahua के फूलों का इस्तेमाल प्रसिद्ध महुआ वाइन बनाने के लिए भी किया जाता है। पश्चिमी देशों में इसे “बटरनट ट्री” के नाम से जाना जाता है। भारत, श्रीलंका और म्यांमार आदि देशों में इसका उत्पादन सबसे ज्यादा किया जाता है। आयुर्वेद में इसे इस्तेमाल में लाने के बहुत से फायदे बताए गए हैं, उन्हीं में से कुछ Mahua ke fayde के बारे में हम आपको यहां बता रहे हैं।
कोरोना काल में सबसे ज्यादा जरूरी पड़ी प्रतिरोधक क्षमता की। जितनी बेहतर प्रतिरोधक क्षमता उतनी ही कोरोना और अन्य बीमारियों से बचे रहेंगे। इसी तरह महुआ का पेड़ गुणों की खान की तरह है। महुआ का सेवन सेहतमंद बनाता है और कई बीमारियों से बचाता है। इसके सेवन से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। महुआ की खासियत है कि यह फल और सब्जी दोनों के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इसके फल और मदिरा बनाने के लिए इस्तेमाल होते हैं।
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सेहत संग समृद्धि का भी वरदान – Mahua Health Benefits in Hindi
महुआ के हर हिस्से में विभिन्न पोषक तत्व मौजूद हैं गर्म क्षेत्रों में इसकी बागवानी इसके स्निग्ध (तैलीय) बीज, फूल, फल और लकड़ी के लिए की जाती है। कच्चे फलों की सब्जी भी बनती है। पके फलों के अंदर का हिस्सा खाने में मीठा होता है। इसके तेल का प्रयोग (जो सामान्य तापमान पर जम जाता है) त्वचा की देखभाल, साबुन और डिटर्जेंट के लिए और वनस्पति के रूप के लिए किया जाता है। तेल निकलने के बाद बचे इसके खल का प्रयोग जानवरों के खाने और उर्वरक के रूप में किया जाता है। छाल और फल के साथ बीज का औषधीय प्रयोजन के लिए प्रयोग किया जाता है।
महुआ में प्रति 100 ग्राम नुट्रिशन वैल्यू – Nutrition Value in Mahua
- फैट 50- 31%
- प्रोटीन 16.9%
- कार्बोहायड्रेट 22%
- फाइबर 3.2%

क्या है इसके फायदे – Mahua Benefits in Hindi
नीचे महुआ के कुछ महत्वपूर्ण लाभों(Mahua Benefits in Hindi) और उपयोगों की सूची है:-
- इसमें कार्बोहाइड्रेट, फैट, और प्रोटीन के साथ ही कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, केरोटिन और विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
- खून की कमी होने पर महुआ के फूल को पानी में भिगोकर उस पानी को पीने से शरीर में खून बढ़ता है।
- जाड़े के दिनों में महुआ के दो-तीन फूल गर्म दूध में डालकर सेवन करने से शरीर में ताकत और स्फूर्ति का संचार होता है।
- छोटे बच्चों को निमोनिया होता है तो सूती कपड़े में महुआ की पोटली बनाकर आग से छाती में सेंक लगाने पर आराम मिलता है। चोट लगने पर भी दर्द वाले स्थान पर इस की सिकाई से दर्द में राहत मिलती है।
- महुआ के फायदे में (Benefits of mahua) बुखार से छुटकारा भी शामिल है। शोधकर्ताओं के अनुसार महुआ की छाल के रस का इस्तेमाल मौसमी बीमारी जैसे कि, बुखार और फ्लू से निजात पाने में काफी असरदार साबित हो सकता है। इसमें पाए जाने वाले औषधीय गुण इन बीमारियों से लड़ने में काफी मददगार होते हैं।
- एक हालिया शोध से इस बात की जानकारी मिलती है कि महुआ पेड़ के छालों में एक खास प्रकार का तत्व पाया जाता है जो खून में ग्लूकोज की मात्रा को कम करने का काम करती है। शरीर में इंसुलिन की कमी और हाई ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में ये काफी सहायक है।
- महुआ उच्च रक्तचाप (हाईपरटेंशन) को नियंत्रित करने में कारगर है। इसमें मौजूद पोषक तत्व रक्त वाहिकाओं को बन्द करने और दिल के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते हैं।
- कुछ रिसर्च में महुआ त्वचा के लिए बहुत उपयोगी साबित हुआ है। इसका तेल त्वचा को कोमल और चमकदार बनाता है और सूखी और खुजली वाली त्वचा को ठीक करता है।
- महुआ में मौजूद गुणकारी तत्व मनोविज्ञानिक तनाव को कम करने में मदद करते हैं। यह चिंता, तनाव, और नींद को सुधारने में मदद करता है।
- जीवाणुरोधी गुण: महुआ में जीवाणुरोधी गुण भरपूर होते हैं, जो इंफेक्शन से लड़ने में मदद करते हैं।
- महुआ(Mahua Benefits) प्रोटीन, विटामिन, खनिजों और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होते है। इसलिए, इसका सेवन शरीर को ऊर्जा और स्फूर्ति प्रदान करता है और चमत्कारिक लाभ पहुंचाता है।
- महुआ आंतों को संक्रमण से बचाने में मदद करता है और पाचन क्रिया को सुधारता है। इसके चमत्कारिक गुणों के कारण, यह कब्ज, अपच, गैस, और पेट में दर्द को कम करने में मदद कर सकता है।
महुआ(Mahua) को खाने के रूप में या महुआ से बने तेल का उपयोग विभिन्न रूपों में किया जा सकता है। इसे फ्रेश फल के रूप में खाने, महुआ का रस पीने, महुआ का दारू बनाने, या महुआ तेल को त्वचा और बालों पर लगाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
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इस समय और ऐसे लगाएं –
महुआ(Mahua Tree) का पौधा रोकने के लिए जुलाई का पहला हफ्ता अच्छा समय होता है पौधा रोकने के लिए भी 45 * 45 सेमी का गड्ढा जरूरी है। इसे रोपते समय खाद और पानी की पर्याप्त मात्रा रहनी चाहिए। समय-समय पर पानी देते रहें।
छोटे पार्क में भी लगा सकते हैं –
महुआ का पौधा रोकने के लिए पार किया खुले स्थान का चयन करना चाहिए। अगर आपकी कॉलोनी या मोहल्ले आदि में जो छोटे पार्क हैं उनमें भी इसे रोका जा सकता है। इसकी पेड़ की ऊंचाई 20 फीट तक होती है।
महुआ से शराब कैसे बनती है – Mahua se Daru Kaise Banti Hai
महुआ से देसी शराब बनाई जाती है। महुआ का फल जब पेड़ से पूरी तरह से पक कर गिरता है। उसके बाद इस फल को पूरी तरह से सुखाया जाता है। इसके बाद सभी फलों को बर्तन में पानी में मिलाकर कुछ दिन तक भिगोकर रखा जाता है। उसके बाद उस बर्तन को आग पर गरम किया जाता है और गरम होने पर जो भाप निकलती है उसको पाइप के द्वारा दूसरे बर्तन में इकट्ठा किया जाता है।
भाप ठंडी होने पर लिक्विड फॉर्म में जो मिलता है वह शराब होती है। कहा जाता है कि अगर कच्ची शराब का सेवन दवाई के रूप में किया जाते तो शरीर को लाभ होता है, जबकि इसका अधिक सेवन करना शरीर को बेकार भी कर सकता है।
यह जानकारी केवल जानकारी के उद्देश्य से है। कृपया ध्यान दें कि मदिरा पदार्थों का सेवन हानिकारक है और उम्र की सीमा के पार करने से पहले कड़ी मानसिकता और ज़िम्मेदारी के साथ किया जाना चाहिए। कृपया स्थानीय कानूनों और विनियमों का पालन करें और सरकारी निर्धारित उम्र की सीमा के अनुसार ही शराब का सेवन करें।