पवनमुक्तासन करने का तरीका और फायदे |Pavan Muktasana (Wind Relieving Pose) Steps and Benefits in Hindi

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पवनमुक्तासन(Pavan Muktasana) संस्कृत के 2 शब्द पवन और मुक्त से मिलकर बना है जहां पवन का अर्थ “हवा” और मुक्त का अर्थ “छोड़ना” होता है।

पवनमुक्तासन (Pawanmuktasana ) का यह नाम इस लिए दिया गया है क्योंकि पेट में जो भी अधिक वायु होती है उसे निकालने में मदद करता है और पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि यह आसन पेट के पाचन तंत्र से अनावश्यक गैस को बाहर निकालने में मदद करता है इसलिए इसे अंग्रेजी में Wind Releasing Pose कहा जाता है। (Pawanmuktasana in Hindi)
इस लेख में पवनमुक्तासन करने का आसान तरीका और उससे होने वाले फायदे के बारे में बारे में बताया गया है और साथ ही साथ पवनमुक्तासन करते हुए एक वीडियो भी साझा किया गया है जिसे देखना ना भूलें।

तो आइए इस आर्टिकल के माध्‍यम से इसके बारे में विस्‍तार से जानकारी लेते हैं..

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पवनमुक्तासन करने का तरीका – Pavan Muktasana Steps In Hindi

पवनमुक्तासन करने का तरीका बहुत ही आसान है पवन मुक्त आसन के फायदे तभी आपको प्राप्त होंगे जब आप इस आसन को सही विधि से अभ्यास करेंगे। आइए जानते हैं पवनमुक्तासन करने का सही तरीका।

  • सबसे पहले खुले वातावरण में योगा मैट बिछाकर पीठ के बल (शवासन) आराम से लेट जाइए।
  • अपने बाएं घुटने को मोड़िए और जितना संभव हो सके उसे पेट के पास लाने का प्रयास करें।
  • अब दोनों हाथों की अंगुलियों को आपस में फसाइए और घुटने को पकड़िए।
  • हाथों की सहायता से घुटने को सीने के पास लाएं और उसे नाक से छूने का प्रयास करें।
  • श्वास को बाहर छोड़ने के बाद ही घुटने को नाक से छूने का प्रयास करें अन्यथा छूने में कठिनाई होगी।
  • घुटने को नाक से छूते हुए इस क्रिया में 20 से 25 सेकंड तक बने रहिए।
  • अब यही क्रिया पुनः दाएं पैर से दोहराइए और दोनों पैर से इस मुद्रा को तीन से चार बार कीजिए।
  • अगर आप घुटने को नाक से नहीं छू पा रहे हैं तो कोई बात नहीं सिर्फ छूने का प्रयास करें।
  • बारी-बारी से दोनों पैर से यह क्रिया हो जाने के बाद दोनों पैरों को एक साथ भी कर सकते हैं।

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pawanmuktasana in hindi
Pawanmuktasana in Hindi

पवनमुक्तासन के फायदे – Pawanmuktasana Benefits in Hindi

पवनमुक्तासन के लाभ इस प्रकार है- Pawanmuktasana Ke Fayde

पेट की गैस के लिए

बाजार का ऑयली और फास्ट फूड का सेवन करना करके अक्सर लोगों के पेट में गैस बनने लगती है। पहले यह बीमारी केवल बुजुर्गों में देखने को मिलती थी लेकिन आप बच्चे और नौजवान भी इससे पीड़ित है। इसके अभ्यास से गैस की समस्या दूर होती है। आपको पहले दिन के अभ्यास के बाद ही पेट की गैस की समस्या से निजात देखने को मिल जाएगी।

महिलाओं के लिए फायदेमंद

महिलाओं को पवनमुक्तासन का अभ्यास जरूर करना चाहिए। गर्भाशय की समस्या से पीड़ित महिलाओं को इस आसन को करने की सलाह जरूर दी जाती है। प्रजनन क्षमता को बेहतर बनाने में भी यह आसन फायदेमंद है।

कमर दर्द में

बढ़ती उम्र के साथ कमर दर्द होना एक आम बात है लेकिन अगर यह बच्चों और नौजवानों में होने लगी तो यह चिंता का विषय बन जाता है।
इस आसन के अभ्यास से कमर का निचला हिस्सा अच्छे से स्ट्रेच होता है जिसे कमर मजबूत बनती है और कमर दर्द धीरे-धीरे गायब हो जाता है। साइटिका और स्लिप डिस्क की समस्या है तो पवन मुक्त आसन का अभ्यास जरूर करना चाहिए।

पाचन शक्ति बढ़ाने में

आज के समय में पाचन तंत्र का मजबूत होना बेहद जरूरी है। पाचन तंत्र मजबूत ना हो तो शरीर में कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं।
पाचन तंत्र को मजबूत करने के लिए पवनमुक्तासन से अच्छा आसन कोई हो ही नहीं सकता इसके नियमित अभ्यास से पेट के अंदरूनी अंगों की मसाज होती है जिससे यह बेहतर ढंग से कार्य करते हैं।

अर्थराइटिस में फायदेमंद

जिनको एसिडिटी, अर्थराइटिस एवं हृदय रोग है उनके लिए भी पवनमुक्तासन काफी फायदेमंद है। पवनमुक्तासन किया हुआ अभ्यास से पेट की अनावश्यक चर्बी बहुत हद तक कम हो जाती है।

मोटापे के लिए

आजकल बाहर का होली और फास्ट फूड खाने की वजह से हर दूसरा व्यक्ति मोटापे से पीड़ित है जिसकी वजह से शरीर में कई बीमारियां पनपने लगती हैं। अगर बाहर की वस्तुओं को ना खाकर खानपान पर थोड़ा ध्यान दिया जाए तो मोटापे पर काबू पाया जा सकता है।
मोटापा कम करने के लिए पवनमुक्तासन बहुत ही लाभकारी योगासन है। मोटापे से पीड़ित व्यक्ति को पवनमुक्तासन का 5 से 10 बार अभ्यास करना चाहिए।

चेहरे पर तेज बढ़ाएं

पवनमुक्तासन का अभ्यास करते वक्त जब हम घुटनों को नाक से हटाते हैं तो उस वक्त रक्त का प्रवाह हमारे सिर की तरफ होता है जिसकी वजह से चेहरे को लाभ मिलता है और त्वचा पर ग्लो आने लगता है।

आंत के लिए फायदेमंद

पवनमुक्तासन के अभ्यास से आंत पर दबाव पड़ता हैं जिसे यह सक्रिय हो जाती है और आंतो के कई विकार स्वतः दूर हो जाते हैं। (Pawanmuktasana Benefits in Hindi)

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Pawanmuktasana Benefits in Hindi
Pawanmuktasana Benefits in Hindi

पवनमुक्तासन से पहले करने वाले आसन

  • मर्जरी आसन
  • बालासन

पवनमुक्तासन की बाद करने वाले आसन

  • शवासन

पवनमुक्तासन करते समय सावधानियां – Pawanmuktasana Contraindications In Hindi

पवनमुक्तासन करने का सही तरीका और फायदे जानने के बाद आपको इस आसन की कुछ सावधानियां भी पता होनी चाहिए जिससे इसके नुकसान से बच सके। Pawanmuktasana Contraindications

  • अगर हाई बीपी या गंभीर कमर दर्द या किसी भी पेट की समस्या से पीड़ित है तो पवनमुक्तासन का अभ्यास ना करें।
  • खाना खाने के तुरंत बाद पवनमुक्तासन का अभ्यास कभी भी अभ्यास ना करें
  • महिलाएं गर्भावस्था में इस आसन को कभी ना करें।
  • गर्दन में किसी प्रकार का दर्द या पीठ में या कंधे में किसी प्रकार की सर्जरी हुई है तो इसका अभ्यास ना करें।
  • सीने में किसी भी प्रकार की समस्या या दर्द होने पर इस आसन को करने से बचें।
  • यदि पेट के अल्सर से पीड़ित है तो पवनमुक्तासन का कभी अभ्यास नहीं करना चाहिए।
  • जबरदस्ती घुटने को नाक से छूने की कोशिश ना करें सिर्फ छूने का प्रयास कर सकते हैं।
  • साइटिका से पीड़ित मरीज भी इस आसन का अभ्यास ना करें।

पवनमुक्तासन करने का वीडियो – Pawanmuktasana Video in Hindi

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